search
Latest Facts
Riannon Dorr

द्वारा लिखा गया: Riannon Dorr

Modified & Updated: 03 दिसम्बर 2024

नेशनल जियोग्राफिक के बारे में 37 तथ्य

नेशनल जियोग्राफिक एक ऐसा नाम है जिसे सुनते ही रोमांच और ज्ञान की दुनिया का ख्याल आता है। क्या आप जानते हैं कि नेशनल जियोग्राफिक सिर्फ एक पत्रिका नहीं, बल्कि एक संस्था है जो विज्ञान, भूगोल, इतिहास और संस्कृति के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देती है? नेशनल जियोग्राफिक की स्थापना 1888 में हुई थी और तब से यह हमें अद्भुत तस्वीरें, गहन लेख और रोमांचक डॉक्यूमेंट्रीज के माध्यम से दुनिया की सैर कराती है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको नेशनल जियोग्राफिक के बारे में 37 रोचक तथ्य बताएंगे जो शायद आपको नहीं पता होंगे। तैयार हो जाइए, क्योंकि यह सफर आपको हैरान कर देगा!

सामग्री की तालिका

नेशनल जियोग्राफिक की शुरुआत

नेशनल जियोग्राफिक एक प्रतिष्ठित पत्रिका है जो विज्ञान, भूगोल, इतिहास और संस्कृति पर केंद्रित है। इसके बारे में कुछ रोचक तथ्य जानना दिलचस्प होगा।

  1. नेशनल जियोग्राफिक की स्थापना 1888 में हुई थी।
  2. इसका मुख्यालय वाशिंगटन डी.सी. में स्थित है।
  3. पत्रिका का पहला अंक अक्टूबर 1888 में प्रकाशित हुआ था।

पत्रिका की सामग्री

नेशनल जियोग्राफिक की सामग्री हमेशा से ही ज्ञानवर्धक और मनोरंजक रही है। आइए इसके बारे में कुछ और तथ्य जानें।

  1. पत्रिका में पहली बार रंगीन तस्वीरें 1910 में प्रकाशित हुई थीं।
  2. नेशनल जियोग्राफिक ने 1959 में पहली बार अंतरिक्ष से ली गई तस्वीरें प्रकाशित की थीं।
  3. पत्रिका में प्रकाशित लेखों को 30 से अधिक भाषाओं में अनुवादित किया जाता है।

नेशनल जियोग्राफिक सोसाइटी

नेशनल जियोग्राफिक सोसाइटी एक गैर-लाभकारी संगठन है जो विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में काम करता है। इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं।

  1. सोसाइटी की स्थापना 27 जनवरी 1888 को हुई थी।
  2. सोसाइटी ने अब तक 13,000 से अधिक अन्वेषण परियोजनाओं को वित्तपोषित किया है।
  3. सोसाइटी ने 1963 में माउंट एवरेस्ट पर पहली अमेरिकी चढ़ाई को प्रायोजित किया था।

नेशनल जियोग्राफिक चैनल

नेशनल जियोग्राफिक चैनल एक टेलीविजन नेटवर्क है जो विज्ञान, प्रकृति और इतिहास पर आधारित कार्यक्रम प्रसारित करता है। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. चैनल की शुरुआत 1 सितंबर 1997 को हुई थी।
  2. चैनल 172 देशों में प्रसारित होता है।
  3. चैनल के कार्यक्रमों को 43 भाषाओं में डब किया जाता है।

नेशनल जियोग्राफिक के पुरस्कार

नेशनल जियोग्राफिक ने अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। आइए इसके बारे में कुछ और तथ्य जानें।

  1. पत्रिका ने 24 पुलित्जर पुरस्कार जीते हैं।
  2. नेशनल जियोग्राफिक चैनल ने 143 एमी पुरस्कार जीते हैं।
  3. सोसाइटी ने 200 से अधिक वैज्ञानिक पुरस्कार जीते हैं।

नेशनल जियोग्राफिक की डिजिटल उपस्थिति

नेशनल जियोग्राफिक ने डिजिटल युग में भी अपनी उपस्थिति बनाए रखी है। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. नेशनल जियोग्राफिक की वेबसाइट 1996 में लॉन्च की गई थी।
  2. वेबसाइट पर हर महीने 30 मिलियन से अधिक विजिटर आते हैं।
  3. नेशनल जियोग्राफिक के सोशल मीडिया पर 200 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं।

नेशनल जियोग्राफिक की फिल्में

नेशनल जियोग्राफिक ने कई डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी बनाई हैं। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. नेशनल जियोग्राफिक की पहली फिल्म "द ग्रेट पांडा" 1984 में रिलीज हुई थी।
  2. "फ्री सोलो" नामक फिल्म ने 2019 में ऑस्कर जीता था।
  3. नेशनल जियोग्राफिक की फिल्मों को 50 से अधिक फिल्म फेस्टिवल्स में प्रदर्शित किया गया है।

नेशनल जियोग्राफिक के फोटोग्राफर

नेशनल जियोग्राफिक के फोटोग्राफर दुनिया भर में मशहूर हैं। इनके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. स्टीव मैकरी ने 1984 में "अफगान गर्ल" नामक प्रसिद्ध तस्वीर खींची थी।
  2. पॉल निकलेन ने 2006 में "लेपर्ड सील" की अद्भुत तस्वीर खींची थी।
  3. जिमी चिन ने 2011 में "मेरू" पर्वत की चढ़ाई की तस्वीरें खींची थीं।

नेशनल जियोग्राफिक के अन्वेषण

नेशनल जियोग्राफिक ने कई महत्वपूर्ण अन्वेषण किए हैं। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. सोसाइटी ने 1925 में माचू पिचू की खोज की थी।
  2. 1930 में सोसाइटी ने किंग टुट के मकबरे की खोज की थी।
  3. 1953 में सोसाइटी ने माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई को प्रायोजित किया था।

नेशनल जियोग्राफिक के संग्रहालय

नेशनल जियोग्राफिक के संग्रहालय भी बहुत प्रसिद्ध हैं। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. नेशनल जियोग्राफिक संग्रहालय वाशिंगटन डी.सी. में स्थित है।
  2. संग्रहालय में 1.5 मिलियन से अधिक फोटोग्राफ्स का संग्रह है।
  3. संग्रहालय में हर साल 500,000 से अधिक विजिटर आते हैं।

नेशनल जियोग्राफिक के प्रकाशन

नेशनल जियोग्राफिक ने कई किताबें भी प्रकाशित की हैं। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. नेशनल जियोग्राफिक की पहली किताब "द वर्ल्ड" 1963 में प्रकाशित हुई थी।
  2. "द फाइव सेकंड रूल" नामक किताब 2017 में बेस्टसेलर बनी थी।
  3. नेशनल जियोग्राफिक ने अब तक 1,000 से अधिक किताबें प्रकाशित की हैं।

नेशनल जियोग्राफिक के सदस्य

नेशनल जियोग्राफिक के सदस्य भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. नेशनल जियोग्राफिक के 10 मिलियन से अधिक सदस्य हैं।
  2. सदस्यता के लिए वार्षिक शुल्क $39 है।
  3. सदस्यता में पत्रिका की मासिक प्रति शामिल होती है।

नेशनल जियोग्राफिक के भविष्य की योजनाएं

नेशनल जियोग्राफिक के भविष्य की योजनाएं भी बहुत महत्वाकांक्षी हैं। इसके बारे में कुछ तथ्य जानें।

  1. सोसाइटी ने 2030 तक 1,000 नई अन्वेषण परियोजनाओं को वित्तपोषित करने का लक्ष्य रखा है।

नेशनल जियोग्राफिक के अद्भुत तथ्य

नेशनल जियोग्राफिक के बारे में जानकर आपको यकीनन मज़ा आया होगा। इस पत्रिका ने विज्ञान, इतिहास और प्रकृति के बारे में हमारी समझ को गहरा किया है। नेशनल जियोग्राफिक की तस्वीरें और कहानियाँ हमें दुनिया के कोने-कोने में ले जाती हैं। यह पत्रिका सिर्फ जानकारी नहीं देती, बल्कि हमें सोचने पर मजबूर करती है।

इसके लेखकों और फोटोग्राफरों ने हमें कई अनजानी जगहों और जीवों से परिचित कराया है। नेशनल जियोग्राफिक का हर अंक एक नया रोमांच लेकर आता है। यह पत्रिका हमें याद दिलाती है कि हमारी दुनिया कितनी विशाल और विविधतापूर्ण है।

आशा है कि ये तथ्य आपके ज्ञान को बढ़ाने में मददगार साबित हुए होंगे। अगली बार जब आप नेशनल जियोग्राफिक पढ़ें, तो इन तथ्यों को याद रखें और इस अद्भुत पत्रिका का आनंद लें।

क्या यह पृष्ठ सहायक था?

विश्वसनीय तथ्यों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता

भरोसेमंद और आकर्षक सामग्री प्रदान करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारे कार्य का केंद्र है। हमारी साइट पर प्रत्येक तथ्य आपके जैसे वास्तविक उपयोगकर्ताओं द्वारा योगदान किया जाता है, जो विविध अंतर्दृष्टियों और जानकारी का खजाना लाते हैं। सटीकता और विश्वसनीयता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए, हमारे समर्पित संपादक प्रत्येक प्रस्तुति की सावधानीपूर्वक समीक्षा करते हैं। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि हम जो तथ्य साझा करते हैं वे न केवल रोचक हैं बल्कि विश्वसनीय भी हैं। हमारे साथ खोज और सीखते समय गुणवत्ता और प्रामाणिकता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर विश्वास करें।